छत्तीसगढ़

श्रमिकों के लिए शुरू हुई 5 रूपए में भरपेट भोजन की व्यवस्था, श्रम मंत्री ने किया अन्न योजना का शुभारंभ

रायपुर : श्रम, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री लखन लाल देवांगन ने कल कोरबा जिले के बाल्को में शहीद वीर नारायणसिंह श्रम अन्न योजना अंतर्गत निर्माण, संगठित एवं असंगठित वर्ग के श्रमिकों के लिए 05 रूपए में भरपेट भोजन की व्यवस्था हेतु दाल-भात केंद्र का शुभारंभ किया। उन्होंने स्वयं भी श्रमिकों को भोजन परोसने के साथ भोजन भी किए और श्रमिकों से अपील की कि वे इस दाल-भात केंद्र में भोजन अवश्य करें।

श्रम मंत्री ने इस पहल को गरीब श्रमिकों के लिए लाभदायक बताते हुए श्रम विभाग अंतर्गत श्रमिकों और उनके परिवार के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश के विकास में श्रमिकों का बहुत बड़ा योगदान है। श्रमिकों ने सड़क, पुल-पुलिया, महल सहित अन्य बड़े-बड़े कार्य किए हैं। उद्योग मंत्री होने के नाते उनकी भी कोशिश है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा उद्योग स्थापित हों और छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार मिले।

दाल-भात केंद्र का शुभारंभ करते हुए मंत्री देवांगन ने कहा कि इस योजना को प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तत्काल सहमति दी और आज उनके प्रयास से गरीब मजदूरों को किफायती दर में भरपेट भोजन उपलब्ध होगा। श्रम मंत्री ने बताया कि उन्होंने भी गरीबी को बहुत ही करीब से देखा है। इसलिए वे श्रमिकों की आवश्यकताओं को भलीभांति जान और समझ सकते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 21 स्थानों पर दाल-भात केंद्र प्रारंभ है। अन्य 22 स्थानों पर भी इसका संचालन किया जाएगा। कोरबा जिले में तीन स्थानों पर दाल-भात केंद्र का संचालन होगा।

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मंत्री देवांगन ने कहा कि बहुत से श्रमिक भाई कार्य की वजह से हड़बड़ी में घर से खाना खाकर नहीं आ पाते। ऐसे में दाल-भात केंद्र के माध्यम से कम कीमत पर भोजन उनके लिए लाभदायक साबित होगा। मंत्री देवांगन ने श्रमिकों को बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय गरीबों और श्रमिकों के कल्याण के लिए सोचते हैं। उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए योजनाएं बनाई हैं। प्रदेश में महतारी वंदन योजना के माध्यम से सभी महिलाओं को साल के 12 हजार रूपए देने, किसानों को 3100 रूपए समर्थन मूल्य तथा तेंदूपत्ता संग्राहकों को 5500 रूपए मानक बोरा सहित अनेक योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना काल में गरीबों को मुफ्त चांवल भी दिया गया ताकि गरीब भूखे पेट न सोए। इसी तरह प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना लागू की गई है।

इनमें पंजीयन कराने वाले गरीब परिवारों को लोन देकर जीवन स्तर आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। श्रम मंत्री ने श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी श्रमिकों को दी और उनका लाभ उठाने की अपील भी की। कार्यक्रम में बाल्को के सीईओ राजेश कुमार ने दाल-भात केंद्र का शुभारंभ किए जाने पर छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह सरकार श्रमिकों के योगदान और उनके कल्याण के विषय में सोचती है। देश को विकास की राह में आगे बढ़ाने में श्रमिकों का बड़ा योगदान है। बाल्को में लगभग 14 हजार श्रमिक हैं, जो अपने परिश्रम की बदौलत एल्यूमिनियिम के उत्पादन में सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सब मिलजुल कर इस योजना को अच्छे से चलाएंगे और सभी श्रमिकों को भोजन उपलब्ध कराएंगे। कार्यक्रम को नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने भी संबोधित किया। इस दौरान पार्षद लुकेश्वर चौहान, नरेंद्र देवांगन, नर्मदा लहरे, ईश्वर साहू, नरेंद्र पाटनवार, प्रफुल्ल तिवारी, आकाश वास्तव सहित सहायक श्रम आयुक्त राजेश आदिले, बाल्को के अवतार सिंह, प्रज्ञा पाण्डेय तथा श्रमिक संगठन के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में श्रमिक उपस्थित थे।

श्रमिकों के साथ भोजन कर श्रम मंत्री ने श्रमिकों से की अपील
श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने बाल्को में दाल-भात केंद्र का शुभारंभ करने के साथ भोजन की गुणवत्ता को परखने तथा श्रमिकों का उत्साह वर्धन करने उनके साथ भोजन किया। उन्होंने भोजन भी परोसे। श्रम मंत्री ने एक साथ भोजन कर रहे श्रमिकों से अपील की कि वे बेझिझक इस केंद्र में आएं और निःसंकोच भरपेट खाना खाएं। उन्होंने श्रमिकों से भूखापेट रहकर काम नहीं करने तथा अन्य मजदूर साथियों को भी इस योजना का लाभ लेने सहयोग करने की अपील की।

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