छत्तीसगढ़ में सिमट रहा है नक्सलवाद : मुख्यमंत्री भूपेश
गृहमंत्री शाह के बयान पर मुख्यमंत्री का पलटवार
रायपुर । मुख्यमंत्री बाघले ने केंद्रीय गृहमंत्री शाह के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद सिमट रहा है। बस्तर-सरगुजा दौरे से लौटकर मुख्यमंत्री बघेल ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान आया है, उन्होंने नक्सलवाद को लेकर कहा है कि देश में नक्सलवाद समाप्त हो चुका है लेकिन छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में नक्सलवाद है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि नक्सलवाद देश में सिमटा है और सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में ही था। यह बात बिल्कुल सही है, लेकिन छत्तीसगढ़ में भी अब सिमट गया है। बहुत कम क्षेत्रों में रह गया है, लेकिन धीरे-धीरे नक्सलवाद खत्म हो रहा है।
उन्होंने कहा कि यहां जो भौगोलिक स्थिति है वह दूसरे किस्म की है और इसका लाभ नक्सली उठाते हैं। छत्तीसगढ़ ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश से घिरा हुआ है तो यहां के नक्सली कुछ कार्रवाई करते हैं तो वहां भाग जाते हैं। वहां कोई कार्रवाई करते हैं तो यहां जाकर छिप जाते हैं। केवल छत्तीसगढ़ में नहीं बल्कि सीमावर्ती जो राज्य है वहां भी नक्सलियों की उपस्थिति है।
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के सांसद के साथ प्रधानमंत्री आज मीटिंग करने वाले हैं, इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री इतने दिनों तक छत्तीसगढ़ के सांसद से कभी मिले नहीं। चुनाव आ रहे हैं तो मिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की हालत बहुत खराब है। भारतीय जनता पार्टी में जब तक रमन सिंह रहेंगे तब तक बृजमोहन, प्रेम प्रकाश पांडे, सरोज पांडे और केदार कश्यप की दाल गलने वाली नहीं है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, भारतीय जनता पार्टी आदिवासियों की हमेशा विरोध में रहे हैं, क्योंकि उन्होंने आदिवासियों को नक्सली बताकर जेल में ठूसा, उनके साथ मारपीट की, फर्जी एनकाउंटर किए, गोलियों से भूनकर उनकी जमीनें छीनी। उनके अधिकार छीनने का काम भाजपा ने पिछले 15 साल में किया और यह ऑन रिकॉर्ड है। हमारी सरकार लगातार आदिवासियों को ताकतवर बनाने का काम किया है।