छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ महाविद्यालय में सांसद बृजमोहन ने किया प्रतिभाओं को सम्मानित

रायपुर : उच्च शिक्षा में शोध का अत्यधिक महत्व है क्योंकि यह न केवल ज्ञान के विस्तार में सहायक होता है, बल्कि समाज, उद्योग और विज्ञान में नवाचार को भी बढ़ावा देता है। शोध से प्राप्त निष्कर्ष नए सिद्धांतों, तकनीकों और समाधानों के विकास में मदद करते हैं, जिससे न केवल शिक्षाविद बल्कि आम जनता भी लाभान्वित होती है। यह कहना है सांसद बृजमोहन अग्रवाल का जो शनिवार को शासकीय जे योगानंदम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने इस अवसर उत्कृष्ट शोध, शिक्षा, शिक्षण, खेल एवं एनसीसी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों और शिक्षकों को सम्मानित किया।

तकनीक से तालमेल ही सफलता की कुंजी : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उद्यमिता और नवाचार पर दिया जोर

अग्रवाल ने सम्मानित प्रतिभाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जो लोग किसी भी क्षेत्र में अच्छा कार्य करते हैं, उनका सम्मान करने से समाज को प्रेरणा मिलती है। दूसरे लोग भी अपना बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करते है

उन्होंने कहा कि, आज की शिक्षा प्रणाली पहले से काफी बदल गई है। अब मात्र परसेंटेज ही नहीं, बल्कि ज्ञान और कौशल अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में वही विद्यार्थी सफल होते हैं, जो ज्ञान और मेहनत को प्राथमिकता देते हैं। इतिहास गवाह है कि कई IAS, IPS अधिकारी साधारण अंक प्राप्त करने के बावजूद कठिन परिश्रम से उच्च पदों पर पहुंचे हैं।

सांसद अग्रवाल ने उच्च शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन प्राप्त करने और रुचि के अनुरूप विषयों का चयन करने की सलाह दी। उन्होंने विशेष रूप से शोध कार्यों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।

बृजमोहन अग्रवाल ने इस अवसर पर महाविद्यालय के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।

– अतिरिक्त हॉल निर्माण हेतु सांसद निधि से ₹10 लाख और विधायक निधि से ₹10 लाख की स्वीकृति।

– वर्तमान हॉल को वातानुकूलित करने के लिए विधायक निधि ₹5 लाख* की सहायता।

– नवनिर्मित भवन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम रखा जायेगा।

– नया रायपुर में नवीन कैंपस के लिए 10 एकड़ भूमि दिलाई जाएगी।

कार्यक्रम में विधायक सुनील सोनी, विकास समिति अध्यक्ष श्री राम नारायण व्यास, पार्षद अम्बर अग्रवाल, पूर्व पार्षद मृत्युंजय दुबे, प्राचार्य डॉ. तपेश गुप्ता, डॉ. डी.के. पांडे सहित महाविद्यालय के शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

इस आयोजन के माध्यम से उच्च शिक्षा और शोध को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सार्थक पहल की गई, जिससे महाविद्यालय के विद्यार्थियों को बेहतर अवसर मिल सकेंगे।

Related Articles

Back to top button