अरपा टाइम्स

पैसों की तंगी से हैं परेशान..मिश्री से जुड़ा ये उपाय करें, भरी रहेगी तिजोरी, शादी में आ रही रुकावट भी होगी दूर

सभी लोग धन पाने के लिए धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग उपाय करते हैं. जिन लोगों पर मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, उन व्यक्तियों को धन धान्य की कमी नहीं होती है. ज्योतिषाचार्य पंडित पंकज पाठक ने लोकल 18 को बताया कि यदि व्यक्ति को मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना हो, तो मिश्री से जुड़े कुछ सरल और आसान उपाय करने होंगे.

इन उपायों को करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न होगी और जातक पर अपना आशीर्वाद प्रदान करेंगी. इससे व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहेगी. उसे हमेशा लाभ होगा. तो आइए जानते हैं कि वह मिश्री के कौन से उपाय हैं, जिनसे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.

मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए करें यह उपाय…
1. जातक को रोजाना श्रद्धापूर्वक मां लक्ष्मी की पूजा कर उन्हें मिश्री का भोग लगाना चाहिए. माना जाता है कि माता लक्ष्मी को मिश्री अति प्रिय है. मिश्री का भोग लगाने के बाद उसे प्रसादी के रूप में बांटना चाहिए. अगर हम ऐसा करते हैं, तो हमें मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी. साथ ही नौकरी आदि की समस्या झेल रहे लोगों को भी जल्द ही खुशखबरी मिलेगी. ऐसे लोगों को मिश्री का दान भी करना चाहिए, जिससे लाभ होगा.

2. मनचाहा जीवन साथी पाने के लिए भी आप मिश्री का उपाय कर सकते हैं. व्यक्ति को मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए राधा रानी और भगवान कृष्ण की विधि विधान से पूजा करने के बाद, पूजा में मिश्री और तुलसी का भोग लगाना चाहिए. जो व्यक्ति ऐसा करता है उस व्यक्ति के जीवन में योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है. इसलिए जिस व्यक्ति को मनचाहा जीवनसाथी पाना है वह यह उपाय कर सकता है.

3. मिश्री का उपाय न केवल मनचाहा जीवनसाथी और धन लाभ, नौकरी में लाभ देता है, बल्कि मिश्री के उपाय से आप शनिदेव को भी प्रसन्न कर सकते हैं. जिस व्यक्ति पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या होती है, उसके हर काम बिगड़ जाते हैं. ऐसे में व्यक्ति के लिए मिश्री का उपाय लाभदायक साबित होगा. मान्यताओं के अनुसार, शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है. इस दिन व्यक्ति को मिश्री के दाने किसी पेड़ के आसपास डालने चाहिए. जिससे वहां निकालने वाली चीटियां खा सके. इस उपाय को करने से शनि दोष से राहत मिलेगी और आपके काम में सुधार होगा.
 

Related Articles

Back to top button