छत्तीसगढ़

आदिवासी भगवान राम के सबसे करीबी हैं, बोले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

Chhattisgarh CM Vishnu Deo Sai : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर के वृन्दावन हॉल में श्री रामोत्सव-सबके राम’ कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने एक बड़ी घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि रामलला दर्शन योजना के तहत पहली ट्रेन 7 फरवरी को दुर्ग से अयोध्या के लिए रवाना की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमने चुनाव से पहले मोदी की गारंटी में रामलला की दर्शन योजना कराने का वायदा किया था. जिसमें छत्तीसगढ़ की जनता को सरकारी पैसे से अयोध्या ले जाने की बात कही गई थी. वायदा को पूरा करते हुए हम छत्तीसगढ़ के लोगों को रामलला की दर्शन कराने जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने इसी कार्यक्रम में धर्मान्तरण पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने ने कहा कि आदिवासियों को धर्मान्तरण के मामलों में भ्रमित किया जाता है. हम रामायण के माध्यम से आदिवासियों को धर्मान्तरण से रोकने की मुहीम चला रहे हैं.

‘श्री रामोत्सव-सबके राम’ कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ वालों के लिए बहुत खुशी की बात है, क्योंकि हम भगवान राम के ननिहाल वाले हैं. पूरे प्रदेश में लोगों ने अलग-अलग तरीके से राममय वातावरण बनाया हुआ है.आज देश ही नहीं पूरी दुनिया राममय है.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 500 वर्षों से हमारे पुरखों ने राम मंदिर के लिए लड़ाई लड़ी और कुर्बानी दी. 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आज छत्तीसगढ़ में बहुत खुशी का माहौल है. पिछले दिनों हमने छत्तीसगढ़, जो की श्री राम का ननिहाल है, से 3000 टन सुगंधित चावल भेजा जिससे भात बनाकर 22 तारीख को अयोध्या में रामलला को भोग लगाया जाएगा. इसके साथ ही यहां से सब्जी भी भेजी गई है. मुख्यमंत्री के नाते हमारा सौभाग्य है कि हरी झंडी दिखाने का अवसर मिलता है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ से सैकड़ों की तादाद में डॉक्टर अयोध्या भेजे गए हैं जो राम भक्तों की सेवा में मौजूद रहेंगे। इस तरह से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ से योगदान दिया जा रहा है.

बता दें कि भाजपा ने चुनाव से पहले मोदी की गारंटी में रामलला के दर्शन कराने का वायदा किया था. जिसमें छत्तीसगढ़ की जनता को सरकारी पैसे से अयोध्या ले जाने की बात कही गई थी. जिसके संदर्भ में मुख्यमंत्री ने आज एलान करते हुए कहा कि 7 फरवरी को छत्तीसगढ़ के दुर्ग से पहली ट्रेन अयोध्या के लिए रवाना की जाएगी. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि “जब तक हम सरकार में रहेंगे तब तक यह योजना चलाई जाएगी”.

सीएम विष्णु देव ने कहा कि बस्तर और सरगुजा जैसे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में सबसे ज्यादा धर्मांतरण होता है. ऐसे क्षेत्रों में आदिवासियों को भरमाया जाता है कि वे हिंदू नहीं है. लेकिन असल में आदिवासी सबसे ज्यादा भगवान राम को मानते हैं. प्रदेश में आदिवासियों को रामायण की शिक्षा देकर धर्मांतरण से बचाने की कोशिश की जा रही है.

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