CG NEWS : सियान जतन क्लिनिक योजना से 28 हजार से ज्यादा बुजुर्गों को मिला लाभ
महासमुंद । स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं आयुष विभाग द्वारा अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं और कार्यक्रम संचालित की जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार आमजनों को बेहतर स्वास्थ्य का लाभ प्रदान करने के लिए अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं। जिला मुख्यालय महासमुंद के शासकीय यूनानी औषाधालय में सियान जतन क्लिनिक (Sian Jatan Clinic Scheme) का आयोजन प्रत्येक माह के प्रथम गुरुवार तथा अन्य गुरुवार को विशेष ओपीडी का संचालन किया जाता है। राज्य शासन ने बुजुर्गों का ख्याल रखने और उन्हें अच्छी स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए सियान जतन क्लिनिक योजना की शुरुआत की गई है।
शासकीय यूनानी औषाधालय के चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण चंद्राकर ने बताया कि महासमुंद ज़िले के 36 आयुर्वेदिक औषधालय व हेल्थ सेंटर में सियान जतन क्लिनिक की शुरूआत मई 2022से हुई है, जहाँ अब तक 60 वर्ष से अधिक उम्र के 28743 नागरिकों को निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार का फायदा मिला है। प्रकृति से जुड़कर लोगों को स्वस्थ रहने के तौर-तरीके बताने का काम आयुष चिकित्सकों के द्वारा किया जा रहा है। इसके अंतर्गत दवा से लेकर अन्य सभी विधियां प्राकृतिक मापदंड से संबंधित हैं। इसके अच्छे परिणाम लोगों को प्राप्त हो रहे है। (Sian Jatan Clinic Scheme)
यह भी पढ़े :- स्वामी आत्मानंद स्कूल : सुलभ होता क्वालिटी एजुकेशन
60 वर्ष से अधिक आयु के मरीजों का निःशुल्क पंजीयन, सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण, प्रकृति परीक्षण व चिकित्सा की गई। जाँच शिविरों में स्मृति हृस, अर्श रोग, कम सुनाई पड़ना, नेत्ररोग, जोड़ों का दर्द, लकवा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और शारीरिक दुर्बलता इत्यादि शामिल है। चिकित्सालय के सियान जतन क्लिनिक में लाभार्थियों को पेय मिश्रेय पानक, दशमूल काढ़ा, गुडुच्यादि काढ़ा, रसायन औषधि आदि प्रदान किया जाता है। इसके अलावा लोगों को एक ही स्थान पर आयुर्वेद और एलोपैथी के विशेषज्ञों का परामर्श उपलब्ध होता है। उन्होंने बताया कि सियान जतन क्लिनिक में इलाज के लिए आए बुजुर्गों का विस्तृत विवरण भी रखा जा रहा है। (Sian Jatan Clinic Scheme)
यही नहीं, भविष्य में जरूरत पड़ने पर इन मरीजों का फॉलोअप भी किया जाएगा। नागरिकों का स्वास्थ्य बेहतर रहे और उन्हें किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े, इसके लिए कई स्तर पर काम हो रहा है। जिसकी जिम्मेदारी आयुष विभाग को दी गई है।