CM बघेल ने कोंडागांव जिले के 515 युवाओं को बांटा नियुक्ति पत्र, युवाओं को रोजगार से जोड़ने की पहल को सराहा
मुख्यमंत्री का मित्रवत और आत्मीय व्यवहार युवाओं को भाया
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने पिछले दिनों युवाओं को संबोधित करते हुए कहा था कि आपको बेरोजगारी भत्ता देने से ज्यादा खुशी तब होगी जब आपके हाथों में रोजगार होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरे पर यही खुशी आज देखने को मिली, जब उन्होंने कोंडागांव जिले के ग्राम बेड़मा में 515 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपा। खास बात यह रही कि इनमें से 46 ऐसे युवा भी है जिन्हें बेरोजगारी भत्ता मिल रहा था। मुख्यमंत्री ने यह जानकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और युवाओं को रोजगार से जोड़ने की इस पहल को सराहा।
इस दौरान अपने मुख्यमंत्री से मिलने युवा जितने अधिक उत्साहित दिखे, मुख्यमंत्री श्री बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) भी उसी उत्साह के साथ युवाओं से मिले, उनसे चर्चा की और उनका हौसला भी बढ़ाया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने युवाओं को भावी जीवन की शुभकामनाएं दी और कहा कि यह मात्र एक पड़ाव है, आप सभी खूब आगे बढ़े और तरक्की करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश की युवा ऊर्जा के साथ ही हम छत्तीसगढ़ को विकास के रास्ते पर आगे ले जाने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री का यह मित्रवत और आत्मीय व्यवहार युवाओं को भा गया और उन्होंने ‘मुझे मिला रोजगार‘ के नारे के साथ मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया और अपनी खुशी जाहिर की।
शम्पा बनी सेल्समैन, गंगा को मिला सिक्युरिटी का काम
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) के हाथों आज गंगा और शम्पा को भी नियुक्ति पत्र मिला। बेटियां भी परिवार को संबल दे सकती हैं। इसी उद्देश्य के साथ शम्पा और गंगा की आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने की चाह ने यह राह दिखाई है।
पल्लारी गांव की रहने वाली गंगा मरकाम को सिक्युरिटी स्टाफ के रूप में काम मिला है। नियुक्ति पत्र मिलने पर गंगा ने बताया कि उसे पिछले दो माह में बेरोजगारी भत्ता भी मिल चुका है, लेकिन अब नौकरी मिलने से वो अधिक खुश है। अपने और परिवार की जरूरतों को भी वो अब पूरा कर पाएगी।
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इसी तरह कोंडागांव की रहने वाली शम्पा मुखर्जी ने बताया कि उसे सेल्समैन का काम मिला है। उसे पिछले कुछ दिनों से काम की तलाश थी और इसी दौरान प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन हुआ। प्लेसमेंट कैम्प के माध्यम से उसे नौकरी मिल गई। शम्पा बताती है कि नौकरी से उसे बड़ा सहारा मिला है और इस बात से वो और परिवार के लोग खुश है। इस पहल के लिए उसने मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया।